और ज़िम्मेदारियों ने थकाया है मुझे, देके वास्ता मेरे अपनों का ! और ज़िम्मेदारियों ने थकाया है मुझे, देके वास्ता मेरे अपनों का !
कभी कठोर हो जाती है कभी कोमल होजाती है माँ सच मे ऐसी होती है कभी कठोर हो जाती है कभी कोमल होजाती है माँ सच मे ऐसी होती है
भगवान तो हर जगह है लेकिन अपने ही रूप में मां को भेजा है इसलिए तो कहा है मां का दर्जा औ भगवान तो हर जगह है लेकिन अपने ही रूप में मां को भेजा है इसलिए तो कहा है मां क...
वो एक नारी दुख भले हो मन में बहुत पर चेहरे पर कभी नहीं लाती है, काल्पनिक मुस्कान द वो एक नारी दुख भले हो मन में बहुत पर चेहरे पर कभी नहीं लाती है, काल्...
जब परिवार के सदस्य अप्रिय लगने लगें और पराये अपने लगने लगें तो, समझ लीजिए विनाश का स जब परिवार के सदस्य अप्रिय लगने लगें और पराये अपने लगने लगें तो, समझ लीजिए...
मिलती है बड़े भाग्य से ये प्यारी बेटियां, होती है ईश्वर की अनोखी ये सौगात बेटियां, मिलती है बड़े भाग्य से ये प्यारी बेटियां, होती है ईश्वर की अनोखी ये सौ...